अगर बचपन लौट आए
हिंदी निबंध : Agar Mera Bachpan Laut Aaye Hindi Nibandh
Agar
Mera Bachpan Laut Aaye Hindi Nibandh : बचपन
जीवन का सबसे सुंदर और मासूम समय होता है | अगर बचपन लौट आए हिंदी निबंध
लिखते समय, हम अक्सर
सोचते हैं कि वह बेफिक्री भरा दौर कितना प्यारा था
| बच्चे जब इस निबंध को
पढ़ेंगे, तो उन्हें अपनी यादों
में खो जाने का मन करेगा | बचपन में कोई चिंता नहीं होती, बस खेलना-कूदना और हंसना
| लेकिन बड़े होने पर हम
सोचते हैं, काश!
बचपन फिर से लौट आए | इस निबंध में हम इसी कल्पना को जीवंत करेंगे, जहां भावनाएं दिल को छू लेंगी |
कल्पना कीजिए, अगर बचपन लौट आए तो क्या होगा? सुबह उठते ही माँ की गोद में छुप जाना, पापा के साथ साइकिल पर घूमना
| स्कूल जाना भी एक खेल
जैसा लगता था, जहां
दोस्तों के साथ छुपम-छुपाई खेलते और टीचर की डांट भी मीठी लगती | अगर बचपन लौट आए, तो मैं फिर से उन बारिश के दिनों में कागज की नाव बनाकर
पानी में बहाऊंगा | याद है, जब बारिश होती तो हम छत पर नाचते, गीले होकर हंसते | वह खुशी कितनी सच्ची थी! अब बड़े
होकर काम की भागदौड़ में वह मस्ती कहां गुम हो गई? अगर बचपन वापस आए, तो मैं फिर से अपनी पुरानी गुड़िया या खिलौनों से खेलूंगा, बिना किसी टेंशन के |
बचपन की सबसे बड़ी खूबी है उसकी मासूमियत | अगर बचपन लौट आए हिंदी निबंध में हम यह सोचते
हैं कि छोटी-छोटी बातों पर कितना रोते थे, लेकिन अगले ही पल हंस पड़ते थे | जैसे, अगर आइसक्रीम गिर जाती तो आंसू आ जाते, लेकिन माँ की एक झप्पी से सब ठीक हो जाता | अब जीवन में समस्याएं इतनी बड़ी लगती हैं कि
हंसना भूल जाते हैं | काश! वह समय लौट आए, जहां दोस्ती सच्ची होती थी
| कोई स्वार्थ नहीं, बस साथ खेलना | मैं फिर से अपने दोस्तों के साथ
पार्क में दौड़ूंगा, पेड़ पर
चढ़ूंगा और शाम को थककर घर लौटूंगा | वह नींद कितनी गहरी आती थी, बिना किसी सपने की चिंता के
|
लेकिन बचपन सिर्फ खेल नहीं, सीखने का समय भी है | अगर बचपन लौट आए, तो मैं उन गलतियों से फिर सीखूंगा जो मैंने की थीं | जैसे, पहली बार साइकिल चलाते गिरना, लेकिन फिर उठकर कोशिश करना
| वह सिखाता है कि जीवन में
गिरना जरूरी है, लेकिन
उठना और महत्वपूर्ण | बच्चे जब इस निबंध को पढ़ेंगे, तो समझेंगे कि बचपन की यादें हमें मजबूत बनाती हैं | अगर बचपन लौट आए हिंदी निबंध हमें बताता है कि
बड़े होने पर हम क्यों उसकी कद्र करते हैं | वह समय जहां सपने आसमान छूते थे, जैसे डॉक्टर बनना या अंतरिक्ष यात्री | अब जीवन की जिम्मेदारियां हमें रोकती हैं, लेकिन कल्पना में हम फिर से उड़ सकते हैं |
अंत में, अगर
बचपन लौट आए तो जीवन फिर से रंगीन हो जाएगा | लेकिन सच्चाई यह है कि बचपन कभी
नहीं लौटता, इसलिए
हमें वर्तमान में खुश रहना चाहिए | बच्चो, अपनी यादों को संजोकर रखो, क्योंकि यही जीवन की असली खुशी हैं | अगर बचपन लौट आए हिंदी निबंध हमें सिखाता है कि
मासूमियत को दिल में रखो, ताकि
बड़े होकर भी बच्चे जैसे रह सको | यह निबंध हमें भावुक करता है, लेकिन उम्मीद भी देता है
| बचपन की तरह जीवन को सरल
रखो, और हमेशा मुस्कुराते
रहो |