मेरे जीवन का
लक्ष्य हिंदी निबंध: Mere Jeevan ka Lakshya Essay in Hindi

Mere Jeevan ka Lakshya Essay in Hindi : हर बच्चे के दिल में एक सपना होता है, जो उसे आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है | मेरे जीवन का लक्ष्य भी ऐसा ही एक सपना है, जो मुझे हर रोज़ सुबह उठने की ताकत देता है | मैं एक आम सा स्कूल का बच्चा हूँ, लेकिन मेरे मन में बड़ा सोचने का जज़्बा है | मेरा लक्ष्य है कि मैं बड़ा होकर एक
डॉक्टर बनूँ | हाँ, एक ऐसा डॉक्टर जो गरीबों की मदद करे, बिना पैसे के इलाज करे और हर दर्द को दूर भगाए | यह निबंध मेरे जीवन का लक्ष्य हिंदी निबंध
के रूप में लिख रहा हूँ, ताकि
मेरे जैसे कई बच्चे अपने सपनों को समझ सकें |
बचपन
से ही मुझे डॉक्टर बनने का मन था | जब
मैं छोटा था, तो गाँव
में एक बार मेरी दादी बीमार पड़ गईं | डॉक्टर साहब बहुत दूर से आए, लेकिन इलाज के पैसे कम पड़ गए | उस दिन मैं रोया था, क्योंकि दादी को दर्द में देखना मेरे लिए बहुत तकलीफ़ दे
गया | तभी से मैंने ठान लिया कि मैं डॉक्टर
बनूँगा | न सिर्फ़ दवाई दूँगा, बल्कि लोगों के चेहरे पर मुस्कान भी लौटाऊँगा | मेरे जीवन का लक्ष्य सिर्फ़ नौकरी नहीं, बल्कि सेवा है | कल्पना कीजिए, जब
कोई मरीज़ कहेगा, “बेटा, तूने मेरी जान बचाई,” तो कितनी खुशी मिलेगी! यह भावना ही मुझे प्रेरित करती है |
डॉक्टर
बनने का रास्ता आसान नहीं है |
मुझे अभी कक्षा 5 में हूँ, लेकिन मैं रोज़ पढ़ाई पर ध्यान देता हूँ | स्कूल के बाद किताबें पढ़ता हूँ, विज्ञान के प्रयोग करता हूँ और टीवी पर डॉक्टरों की
कहानियाँ देखता हूँ | कभी-कभी
थकान हो जाती है, दोस्त
खेलने बुलाते हैं, लेकिन
मैं सोचता हूँ कि यह मेहनत ही मुझे मेरे जीवन का लक्ष्य तक पहुँचाएगी | माँ-पापा मेरी बहुत मदद करते हैं | पापा कहते हैं, “बेटा, सपना देखना आसान है, लेकिन उसे पूरा करने के लिए पसीना बहाना पड़ता है |” उनकी यह बात मेरे दिल को छू जाती है
| कभी असफलता मिलती है, जैसे परीक्षा में कम नंबर आ जाएँ, तो उदास हो जाता हूँ | लेकिन फिर याद आता है, महात्मा गांधी जी ने कहा था, “सपनों को हकीकत में बदलो
|” यह शब्द मुझे फिर से उठा देते हैं |
मेरे
जीवन का लक्ष्य हिंदी निबंध लिखते हुए मैं सोचता हूँ कि डॉक्टर बनकर मैं क्या-क्या
करूँगा | एक छोटा सा क्लिनिक खोलूँगा गाँव में, जहाँ गरीब बच्चे मुफ्त में वैक्सीन लगवा सकें | स्कूलों में जाकर बच्चों को स्वच्छता
सिखाऊँगा, ताकि
बीमारियाँ ही न फैलें | और हाँ, एक दिन मैं अंतरराष्ट्रीय डॉक्टर भी बनूँगा, जो दूसरे देशों में जाकर महामारी से लड़ूँ | यह सब सोचकर मेरे मन में एक अजीब सी उमंग
भर जाती है, जैसे कोई
तितली उड़ रही हो | लेकिन यह
लक्ष्य सिर्फ़ मेरा नहीं, हर
बच्चे का हो सकता है | बस, उसे अपने दिल की सुननी होगी
|
अंत
में,
मैं यही कहूँगा कि जीवन का लक्ष्य वह तारा है जो रास्ता
दिखाता है | अगर हम मेहनत करें, तो कोई भी सपना असंभव नहीं
| मेरे जीवन का लक्ष्य मुझे सिखाता है कि दया, सेवा और कड़ी मेहनत से ही सच्ची सफलता मिलती है | दोस्तों, तुम्हारा लक्ष्य क्या है? उसे पकड़ो और उड़ान भरो | यह निबंध मेरे दिल की बात है, जो शायद तुम्हारे सपनों को भी जगाए |