यदि सूरज न निकले तो हिंदी निबंध: Yadi Suraj na Nikle to Hindi Nibandh

SofiTonn
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यदि सूरज न निकले तो हिंदी निबंध: Yadi Suraj na Nikle to Hindi Nibandh


Yadi Suraj na Nikle to Hindi Nibandh : सूरज हमारी जिंदगी का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। हर सुबह जब सूरज निकलता है, तो दुनिया रोशनी से भर जाती है और सब कुछ खुशहाल लगने लगता है। लेकिन सोचिए, यदि सूरज न निकले तो क्या होगा? यह विचार ही हमें डराता है। इस निबंध में हम इसी पर बात करेंगे कि यदि सूरज न निकले तो हमारी दुनिया कैसी हो जाएगी। यह निबंध स्कूल के बच्चों के लिए है, जो कक्षा 1 से 10 तक के छात्रों को आसानी से समझ आएगा। हम देखेंगे कि सूरज के बिना जीवन कितना मुश्किल हो सकता है, और इसमें हमारी भावनाएँ भी जुड़ी हुई हैं, जैसे उदासी और डर।

 

सबसे पहले, कल्पना कीजिए कि एक दिन सुबह होती है, लेकिन सूरज नहीं निकलता। चारों तरफ अंधेरा छाया रहता है। बच्चे स्कूल जाने के लिए तैयार होते हैं, लेकिन बाहर कुछ दिखाई नहीं देता। माँ कहती है, “बेटा, रुक जाओ, बाहर तो रात जैसा है!” बच्चे डर जाते हैं और सोचते हैं कि क्या अब हमेशा अंधेरा रहेगा? स्कूल बंद हो जाते हैं क्योंकि बिना रोशनी के पढ़ाई नहीं हो सकती। खेलने के लिए मैदान में जाना मुश्किल हो जाता है। दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलना या साइकिल चलाना, सब बंद। लोग घरों में कैद हो जाते हैं, और दिल में एक अजीब सा डर बैठ जाता है। यदि सूरज न निकले तो, हमारी रोजमर्रा की जिंदगी रुक सी जाती है।

अब प्रकृति की बात करें। सूरज पौधों के लिए भोजन की तरह है। वह रोशनी देता है, जिससे पौधे हरे-भरे रहते हैं। यदि सूरज न निकले तो, पेड़-पौधे मुरझा जाएंगे। फूल खिल नहीं पाएंगे, और फल-सब्जियां नहीं उगेंगी। जानवर भी परेशान हो जाएंगे। पक्षी उड़ नहीं पाएंगे क्योंकि उन्हें दिशा समझ नहीं आएगी। गाय-बकरी जैसे जानवर ठंड से कांपने लगेंगे। पृथ्वी पर ठंड इतनी बढ़ जाएगी कि बर्फ जमने लगेगी, जैसे सर्दियों में हिमालय पर होती है। वैज्ञानिक कहते हैं कि सूरज पृथ्वी को गर्म रखता है। उसके बिना तापमान गिर जाएगा, और जीवन मुश्किल हो जाएगा। सोचिए, यदि सूरज न निकले तो, हमारी सुंदर धरती एक ठंडी और अंधेरी जगह बन जाएगी। यह सोचकर ही मन उदास हो जाता है, क्योंकि हम सब सूरज की गर्मी से प्यार करते हैं।

 

मानवीय भावनाओं की दृष्टि से देखें तो, सूरज हमें उम्मीद देता है। हर नई सुबह के साथ नई शुरुआत होती है। यदि सूरज न निकले तो, लोग उदास हो जाएंगे। बच्चे रोएंगे क्योंकि उन्हें खेलने नहीं मिलेगा। बूढ़े लोग कहानियां सुनाते हुए कहेंगे, “पहले सूरज कितना अच्छा था!” परिवार एक साथ बैठकर बातें करेंगे, लेकिन दिल में डर होगा कि कब सूरज निकलेगा। त्योहार जैसे दिवाली या होली, जो रोशनी से जुड़े हैं, उनका मजा नहीं रहेगा। हम सब महसूस करेंगे कि सूरज कितना जरूरी है। यह हमें सिखाता है कि छोटी-छोटी चीजों की कद्र करनी चाहिए। यदि सूरज न निकले तो, हमारी खुशियां छिन जाएंगी, और जीवन में एक खालीपन आ जाएगा।

निष्कर्ष में, यदि सूरज न निकले तो, दुनिया एक डरावनी जगह बन जाएगी। अंधेरा, ठंड और उदासी सब तरफ फैल जाएगी। लेकिन शुक्र है कि सूरज हर रोज निकलता है और हमें जीवन देता है। हमें सूरज की महत्वता समझनी चाहिए और पर्यावरण की रक्षा करनी चाहिए, ताकि हमारी धरती हमेशा रोशन रहे। बच्चो, अगली बार जब सूरज निकले, तो उसे धन्यवाद कहना। यह निबंध हमें याद दिलाता है कि सूरज के बिना जीवन अधूरा है।

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